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VOLUME – 9, ISSUE 3

क्र.विषयलेखकपृ.सं.
1.वैदिककालीन स्थापत्यकलागोविन्द वल्लभ02
2.बह्मगुप्त का भारतीय गणित में योगदानराघवेन्द्र त्रिवेदी06
3.भारतीय ज्योतिषशास्त्र में पूर्वमध्यकाल का योगदानडॉ. मृत्युञ्जय कुमार तिवारी10
4.मनुस्मृति में वर्णित संस्कार-एक विश्लेषणडॉ. रघुनाथ प्रसाद12
5.संग्रह-ग्रन्थों में वर्णित चार्वाक-दर्शन का स्वरूपडॉ. राजकिशोर आर्य15
6.हरिवंश पुराण में दार्शनिक तत्वपंकज सिंह रघुवंशी19
7.श्रीमद्भगवद्गीता : सार्वभौमिक दर्शन का मूलमंत्रडॉ. नीरज शर्मा22
8.ध्वन्यालोक ग्रन्थ में सम्वाद विचारडॉ. हीरालाल दाश25
9.काव्यशास्त्रों में उपमालङ्कारडॉ. गीताञ्जली नायक27
10.भारत की वन संपदा का सूक्ष्म विवेचनसंजीव कुमार29
11.धम्मपद में प्रतिपादित नैतिक तत्त्वजितेन्द्र कुमार धनवारे31
12.मुक्तक काव्य की विशेषताएँडॉ. कृष्ण चन्द्र पण्डा35
13.नई दुनिया की हिन्दी में भी क्या कबीर का मानव एकात्मवाद सार्थक हैं ?डॉ. रंजनलता38
14.कालिदास के ग्रन्थों में मानव और पर्यावरण का परस्पर सम्बन्धडॉ. अच्छेलाल42
15.संत साहित्य में महिला संत का अवदानरूपा चन्द्रोल45
16.वेद में विश्व शान्ति के विविध आयामसुनील47